मुरादाबाद ;उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मुरादाबाद के एक दिवसीय दौरे पर अफसरों को संवेदनशील बनने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि समस्याओं का समाधान करते समय अफसर मानवीय दृष्टिकोण अपनाएं। अपना दायित्व समझें और संवेदनशीलता के साथ लोगों की दिक्कतों को हल करें। संपूर्ण समाधान दिवस में राज्यपाल ने चौदह फरियादें खुद सुनीं इनमें दो का मौके पर निस्तारण किया गया। गणेश घाट मूढ़ापाण्डे में पौध रोपण के साथ उन्होंने दौरे की शुरुआत की। इसके बाद निर्यात फर्म में मुरादाबाद की मुख्य दस्तकारी कला का अवलोकन किया। मुरादाबाद के दस्तकारों की जमकर सराहना की। मनोहरपुर के कषि प्रशिक्षण केंद्र में जैविक वाटिका का अवलोकन किया। यहां उपले और गोबर से गमले बनाने की मशीन का उद्घाटन भी किया। राज्यपाल ने सदर तहसील में करीब पचास मिनट गुजारे। यहीं अपने सूक्ष्म संबोधन में अफसरों को नसीहत देते हुए कहा कि दूसरों के प्रति संवेदनशील तभी बनेंगे जब उस स्थान पर खुद को रखकर देखेंगे। अधीनस्थों से समन्वय के साथ काम करें। लोगों को न्याय मिलने यह धारणा होनी चाहिए। प्रदेश की राज्यपाल ने पुलिस, विद्युत समेत कुछ विभागों की फरियादों को सुनकर सुधार तरीका बदलने की जरूरत बताई। इसके बाद राज्यपाल ने सर्किट हाउस में स्वयं सहाता समूहों की प्रदर्शनी के स्टालों को देखा। ऋण के चेक वितरित किए। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की पुस्तिका का विमोचन किया। इसके अलावा केंद्रीय योजनाओं से संबंधित योजनाओं में गुणवत्ता और समय बद्धता पर जोर दिया। उन्होंने पढ़े मुरादाबाद और बढ़े मुरादाबाद में स्कूलों के बच्चों से किताबों को ज्यादा पढ़ने पर जोर दिया। शिक्षकों से कहा ऐसी शिक्षा दें जिसमें मूल्य निहत हों और तरक्की की राह आसान हो। रोजगार, स्वरोजगार के लिए अवसर मिलें। राज्यपाल मुरादाबाद में रात्रि विश्राम के बाद बुधवार को सुबह साढ़े नौ बजे अमरोहा के दौरे पर निकलेंगी। रामपुर से वह मंगलवार को सुबह मुरादाबाद के दौरे पर आईं थीं।